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मोर गांव
राजस्थान के 'मोर गांव' में 1500 मोर!भारत के रेगिस्तानी राज्य राजस्थान के गांव '
मोर' में 1500 मोर ग्रामीणों के साथ रहते हैं।राष्ट्रीय पक्षी के रूप में दर्ज इस पक्षी के राजस्थान में दर्शन दुर्लभ होते जा रहे हैं, लेकिन मोर गांव में ऐसा नहीं है। राजधानी जयपुर से करीब 500 किलोमीटर दूर इस गांव में 1500 मोर हैं।इस गांव के इतिहास पर अगर नजर डालें तो पता चलता है कि मध्य प्रदेश में एक गांव से लसियाजी घारावत परिवार सबसे पहले यहां आया और उसने यह इलाका बसाया। घने जंगलों और बड़ी संख्या में मोरों की स्थली रहने के कारण इस गांव का नाम 'मोर' रख दिया गया।हाल ही में हुई गणना में इस गांव में 1500 मोर पाए गए। इस वर्ष अच्छे तापमान के कारण मोरों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और कई छोटे मोरों को भी यहां देखा जा सकता है।एक ग्रामीण आलकू भाई ने कहा, ''मोरों ने हमारे गांव को पहचान दिलाई है और इनकी सुरक्षा को लेकर गांव का प्रत्येक व्यक्ति जिम्मेदार है। हम अपने परिवार के सदस्य की तरह इन मोरों का खयाल रखते हैं।''
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